भारत में टमाटर एक प्रमुख सब्जी है जो लगभग हर मौसम में उपयोग होती है। अगर आप जैविक (ऑर्गेनिक) तरीके से टमाटर की खेती करना चाहते हैं, तो यह न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि बाजार में इसकी मांग और कीमत भी अधिक रहती है। नीचे टमाटर की जैविक खेती से जुड़ी पूरी जानकारी दी गई है — भूमि चयन से लेकर लागत और मुनाफा तक।
🌱 1. जलवायु, भूमि चयन, भूमि परीक्षण और सुधार
✅ जलवायु: टमाटर की खेती एक उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय फसल है, जो भारत के अधिकांश क्षेत्रों में की जा सकती है। लेकिन उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन के लिए निम्नलिखित जलवायु परिस्थितियाँ उपयुक्त होती हैं:
बीज अंकुरण के लिए: 20°C से 30°C, पौधे की बढ़वार के लिए: 18°C से 27°C, फूल और फल बनने के समय: 21°C से 24°C, 30°C से अधिक तापमान पर परागण और फल-सेट में दिक्कत आती है और 10°C से कम तापमान पर पौधों की वृद्धि रुक जाती है।